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Tag: व्यापार समाचार • लेखक: Suraj Pandey • प्रकाशित: 14 नवंबर 2025

Bharat trade samjhauta 2025: India-US-EU बातचीत पर बड़ा सरकारी अपडेट

भारत ने 2025 में अपने प्रमुख व्यापार समझौतों की रफ्तार और तेज कर दी है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के मुताबिक भारत इस समय अमेरिका (US), यूरोपीय संघ (EU), न्यूजीलैंड, ओमान, चिली और पेरू जैसे कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर लगातार बातचीत कर रहा है। सरकार का कहना है कि ये बातचीत भारत के निर्यात सेक्टर, निवेश और वैश्विक बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।

भारत किसी भी समझौते को बिना सोचे-समझे साइन करने के पक्ष में नहीं है। सरकार ने साफ किया है कि किसानों, डेयरी सेक्टर, मछुआरों और छोटे उद्योगों (MSMEs) को किसी भी हाल में नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। इसलिए हर FTA चैप्टर में संवेदनशील क्षेत्रों को सुरक्षा देने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

US और EU के साथ बातचीत में सबसे अहम मुद्दे हैं—नियम-उत्पत्ति (Rules of Origin), कृषि आयात, पर्यावरण मानक, डिजिटल ट्रेड और सेवाओं में वीज़ा प्रक्रिया। भारत चाहता है कि भारतीय उत्पादों के लिए इन बाजारों में बेहतर पहुंच बने, जबकि घरेलू उद्योगों को सस्ते विदेशी सामान से नुकसान न हो।

भारत पहले ही UAE, ऑस्ट्रेलिया और EFTA देशों के साथ सफल समझौते कर चुका है। इनसे निर्यात, निवेश और सप्लाई चेन में भारत की स्थिति मजबूत हुई है। अब 2025 में भारत के लिए नए FTA, खासकर Bharat trade samjhauta, कई बड़े अवसर खोल सकते हैं।

भारत की नीति साफ है—समझौता तभी होगा जब सभी शर्तें भारत के हित में हों। सरकार चाहती है कि Indian manufacturers, किसानों और MSMEs को विदेशी बाजारों में मौका मिले, लेकिन घरेलू बाजार पर किसी तरह का नकारात्मक दबाव न पड़े।

अगर ये समझौते सफल रहते हैं, तो 2025 में भारत के निर्यात, रोजगार, तकनीकी साझेदारी और वैश्विक व्यापार में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इसीलिए Bharat trade samjhauta को भारत की आर्थिक रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।

 

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