Cyclone Montha Live Update Andhra Odisha

चक्रवाती तूफान Montha Live Update: आंध्र-ओडिशा में तबाही, NDRF की टीमों ने संभाली कमान

VartaWave रिपोर्ट | Suraj Pandey — भारत के पूर्वी तट पर चक्रवाती तूफान मोंथा (Cyclone Montha) ने बुधवार को भारी तबाही मचाई है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है। तेज हवाओं और मूसलाधार बारिश के बीच कई तटीय जिलों में पेड़ उखड़ गए, बिजली के खंभे गिरे और सैकड़ों गांवों का संपर्क टूट गया। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि तूफान की गति 90 से 110 किमी प्रति घंटे तक दर्ज की गई है, जो खतरनाक श्रेणी में आती है।

आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा असर

IMD के मुताबिक, Cyclone Montha ने मंगलवार देर रात आंध्र प्रदेश के काकीनाडा और मछलीपट्टनम के बीच समुद्र तट पर लैंडफॉल किया। तेज हवाओं और भारी वर्षा के चलते तटीय जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ईस्ट गोदावरी, कृष्णा और नेल्लोर जिलों में बिजली आपूर्ति ठप है। कई इलाकों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं।

राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, अब तक 76,000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। NDRF और SDRF की 22 टीमें प्रभावित जिलों में तैनात की गई हैं। प्रशासन ने स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए हैं और तटवर्ती इलाकों के लोगों से घरों में रहने की अपील की है।

ओडिशा में भी भारी बारिश और फसल नुकसान

ओडिशा के गंजाम, पुरी और गजपति जिलों में भारी बारिश से निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात हैं। कृषि विभाग ने बताया कि करीब 38,000 हेक्टेयर खेतों में खड़ी फसल और 1.3 लाख हेक्टेयर बागवानी फसलें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं।

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आपात बैठक बुलाकर अधिकारियों को राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। वहीं ओडिशा आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बचाव दल तैनात किए जाएंगे।

तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में अलर्ट

तमिलनाडु के तटीय इलाकों — चेन्नई, नागपट्टिनम और कुड्डलूर — में भी Cyclone Montha के कारण तेज हवाएं और छिटपुट बारिश जारी है। राज्य सरकार ने सभी मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है। पश्चिम बंगाल में भी कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग के अनुसार, तूफान अगले 24 घंटों में कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल सकता है, लेकिन बारिश और तेज हवाएं अगले दो दिन तक बनी रहेंगी।

रेलवे और हवाई सेवाएं प्रभावित

आंध्र प्रदेश और ओडिशा में कई ट्रेनों को रद्द या रूट डायवर्ट किया गया है। विशाखापट्टनम एयरपोर्ट से उड़ानें अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई हैं। रेलवे ने यात्रियों से अनावश्यक यात्रा न करने की अपील की है।

जनजीवन पर असर और चेतावनी

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि Cyclone Montha के कारण समुद्र में 1 मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। कई स्थानों पर बिजली गुल है और पेड़ गिरने से सड़कें बाधित हैं।

एनडीआरएफ प्रमुख अतुल करवाल ने कहा, “हमारी टीमें लगातार प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य कर रही हैं। प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित निकालना और बिजली-संचार बहाल करना है।”

केंद्र सरकार और IMD की निगरानी

केंद्र सरकार ने तूफान की स्थिति पर नज़र रखने के लिए केंद्रीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ सक्रिय कर दिया है। IMD ने अपने नवीनतम अपडेट में बताया है कि Cyclone Montha की तीव्रता धीरे-धीरे घट रही है, लेकिन अगले 12 घंटों तक स्थिति गंभीर बनी रह सकती है।

लोगों के लिए जरूरी सलाह

  • तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले लोग अब घरों से बाहर न निकलें।
  • स्थानीय प्रशासन और रेडियो/टीवी के माध्यम से जारी चेतावनियों का पालन करें।
  • किसी भी आपात स्थिति में 1070 (राष्ट्रीय आपदा हेल्पलाइन) पर संपर्क करें।
  • मछुआरे अगले 48 घंटे तक समुद्र में न जाएं।

निष्कर्ष

चक्रवाती तूफान मोंथा ने पूर्वी भारत के तटीय राज्यों में तबाही मचा दी है। प्रशासन और बचाव एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि तूफान धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। लेकिन बारिश और हवाओं का असर अभी अगले दो दिनों तक रहेगा। आम जनता से अपील है कि अफवाहों से दूर रहें और सिर्फ सरकारी स्रोतों पर भरोसा करें।

— रिपोर्ट : Suraj Pandey
📍 स्रोत लिंक: India TV Live Update


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