
POK Protest 2025: पीओके में भड़की युवा क्रांति — शेहबाज़ शरीफ सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरी Gen Z
मुजफ्फराबाद (PoK), 6 नवंबर 2025: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में माहौल गरम है। राजधानी मुजफ्फराबाद की सड़कों पर हजारों युवा “न्याय, शिक्षा और आज़ादी” की मांग करते हुए उतर आए हैं। इस प्रदर्शन का नेतृत्व नई पीढ़ी — Gen Z — कर रही है, जो अब खुलेआम शेहबाज़ शरीफ सरकार के खिलाफ नारे लगा रही है।
प्रदर्शनकारियों की मांगें स्पष्ट हैं — सस्ती शिक्षा, बेरोज़गारी पर कार्रवाई और बिजली संकट से राहत। लेकिन जब उनकी आवाज़ नहीं सुनी गई, तो उन्होंने सड़कों पर उतरकर विरोध जताया। यह आंदोलन अब पूरे PoK क्षेत्र में फैल गया है।
कैसे शुरू हुआ PoK Protest?
यह विरोध कुछ सप्ताह पहले विश्वविद्यालयों में फीस वृद्धि और सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुआ था। धीरे-धीरे इसमें अन्य शहरों के छात्र भी शामिल हो गए। सरकार की कथित लापरवाही और बढ़ती महंगाई के कारण लोगों में गुस्सा भड़क उठा।
स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। कई युवाओं को हिरासत में लिया गया है, जबकि दर्जनों घायल हुए हैं।
सरकार के खिलाफ बढ़ता आक्रोश
प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगाया है कि वह PoK के लोगों को “दूसरे दर्जे के नागरिक” की तरह ट्रीट करती है। सोशल मीडिया पर “#FreePOK” और “#GenZRevolt” जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
युवाओं का कहना है कि उन्हें “विकास के झूठे वादों” से थका दिया गया है और अब वे “हकीकत में बदलाव” चाहते हैं। उनका नारा है —
“हम पाकिस्तान के नहीं, अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं।”
अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित
यह प्रदर्शन अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। विदेशी मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि PoK में सेना और पुलिस की दमनकारी नीति से हालात और बिगड़ सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस स्थिति पर “मानवाधिकार चिंता” जताई है।
शेहबाज़ शरीफ सरकार ने विरोध को “राजनीतिक एजेंडा” बताते हुए नकारा है, लेकिन विपक्षी दलों का कहना है कि यह आंदोलन “जनता की असली आवाज़” है।