Hong Kong Airport Crash: कार्गो बोइंग-747 रनवे से फिसलकर समुद्र में, 2 की मौत

 

Hong Kong Airport Crash: कार्गो बोइंग-747 रनवे से फिसलकर समुद्र में, 2 की मौत

By Suraj Pandey • Focus Keyword: हांगकांग एयरपोर्ट कार्गो प्लेन क्रैश

हांगकांग: हांगकांग इंटरनेशनल एयरपोर्ट (HKIA) पर तड़के एक बड़ा हादसा हुआ जब एक बोइंग-747 कार्गो विमान लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसल गया और समुद्र की ओर जा पहुँचा। प्रारंभिक जानकारी बताती है कि विमान ने पहले एक ग्राउंड सर्विस वाहन को टक्कर मारी, जिससे दो कर्मियों की मौत हो गई, जबकि विमान पर सवार चारों क्रू मेंबर सुरक्षित बाहर निकल आए।

हादसे का क्रम और शुरुआती संकेत

घटना स्थानीय समयानुसार तड़के करीब 3:50 बजे हुई। टचडाउन के बाद विमान का डि-सेलरेशन अपेक्षित स्तर पर नहीं हो पाया और रनवे-एंड से आगे ओवररन की स्थिति बन गई। यही वो क्षण था जब टैक्सींग एरिया के पास एक ग्राउंड सर्विस वाहन मार्ग में आ गया और टक्कर हो गई। झटके के बाद एयरक्राफ्ट समुद्री हिस्से की ओर सरक गया, जिससे एयरपोर्ट अथॉरिटी ने नॉर्थ रनवे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया; अन्य रनवे पर सीमित ऑपरेशंस जारी रहे।

हादसे के समय मौसम/रनवे सरफेस की हालत, एप्रोच स्पीड, रिवर्स-थ्रस्ट और ब्रेकिंग सिस्टम के उपयोग जैसे बिंदुओं की जांच की जा रही है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार विमान में उस समय कोई संवेदनशील कार्गो नहीं था, जिससे आग/विस्फोट का जोखिम सीमित रहा और रेस्क्यू जल्दी हो सका।

जांच कैसे आगे बढ़ेगी

हांगकांग सिविल एविएशन डिपार्टमेंट ने औपचारिक एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी है। फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) को सुरक्षित कर विश्लेषण के लिए भेजा जाएगा। ATC ट्रांसक्रिप्ट, ग्राउंड व्हीकल मूवमेंट लॉग्स, रनवे फ्रिक्शन वैल्यू और मौसम-आंकड़ों का मिलान होगा ताकि यह पता चल सके कि निर्णय-श्रृंखला में चूक कहाँ हुई—एयरक्रू, ग्राउंड कंट्रोल या सरफेस कंडीशन।

एयरपोर्ट ऑपरेशन और सुरक्षा पर असर

HKIA एशिया का प्रमुख कार्गो हब है, इसलिए रनवे-ओवररन और ग्राउंड-व्हीकल टक्कर का संयोजन सीधे रनवे सेफ्टी पर प्रश्न उठाता है। बड़े एयरपोर्ट्स आमतौर पर Runway Incursion Warning, जियो-फेंसिंग और स्टॉप-बार सिग्नल का सख्त पालन कराते हैं; इस हादसे के बाद ग्राउंड वाहन रूटिंग, वेग सीमा और रनवे-एंड सेफ्टी एरिया (RESA) की समीक्षा की उम्मीद है। जहाँ संभव हो, EMAS (Engineered Materials Arrestor System) जैसे उपाय ओवररन जोखिम घटाते हैं—HKIA पर इसकी उपादेयता पर भी चर्चा तेज हो सकती है।

एयरलाइंस के स्तर पर, वेट/कॉन्टैमिनेटेड रनवे SOP, एप्रोच-स्पीड डिसिप्लिन, रिवर्स-थ्रस्ट/ऑटो-ब्रेक सेटिंग और क्रू-रिसोर्स मैनेजमेंट (CRM) प्रशिक्षण की कसौटी और कड़ी हो सकती है। साथ ही एयरपोर्ट-एयरलाइन-ग्राउंड-हैंडलर के बीच रियल-टाइम को-ऑर्डिनेशन के लिए डिजिटल अलर्टिंग/जियो-फेंस टूल्स को प्राथमिकता देनी होगी।

स्रोत संदर्भ: अंतरराष्ट्रीय एजेंसी/स्थानीय मीडिया संकलन पर आधारित संक्षिप्त रिपोर्ट। आधिकारिक जांच के निष्कर्ष आने पर जानकारी अपडेट की जाएगी।

फिलहाल प्राथमिकताएँ हैं: प्रभावित रनवे की बहाली, पीड़ित कर्मियों के परिवारों के लिए सहायता, पारदर्शी संचार और सुरक्षा-प्रक्रियाओं का त्वरित ऑडिट। यह हादसा याद दिलाता है कि टेक्नोलॉजी + ट्रेनिंग + अनुशासन—इन तीन स्तंभों पर लगातार निवेश ही लंबे समय में ऐसे जोखिमों को कम कर सकता है।

 

 

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